होम दुर्घटना से बचाव : छोटी छोटी बाते ,मगर बड़े काम की !
होम दुर्घटना से बचाव : छोटी छोटी बाते ,मगर बड़े काम की !
बच्चों में चोट का मुख्य कारण दुर्घटनाएं होती हैं और यहां तक कि इन दुर्घटनाओ से मृत्यु भी हो सकती है। एक वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों में ये मौत का सबसे आम कारण है। हर साल 12,000 से अधिक बच्चे अनजाने में होने वाली इन चोटों से मर जाते हैं और 9.2 मिलियन से अधिक का इलाज आपातकालीन विभागों में इन चोटों के लिए किया जाता है। आपने भी न्यूज़पेपर या टीवी पर देखा होगा की अमुख बच्चे की पानी की टंकी में गिरने से मौत , या बाल्टी में सिर उलट जाने या कुछ चीज़ के निगल लेने से , करेंट लगने से , केरोसिन तेल या अन्य तेल के पी लेने की वजह से मौत हो गई ! हालाँकि डॉक्टर द्वारा काफी बच्चो को बचा भी लिया जाता है लेकिन ये हादसे हजारों बच्चो को स्थायी रूप से अक्षम या विकलांग बना देते हैं जो बच्चे व उसके परिवार को कभी भी ना भरने वाले जख्म दे जाते है और पछतावे के अलावा उनके पास कुछ भी शेष नही रहता है तो क्यों ना हम सब अपने अपने बच्चो की सुरक्षा का बीड़ा खुद उठाये व घर में होने वाले हादसों को रोकने का हरसंभव प्रयास करे ! नई शुरुआत ,अपने बच्चे के नाम [ बचाव ही उपाय है ] रोकथाम:
- फर्श पर वस्तुओं एवं खिलोनों को जहां तक हो सके ,व्यवस्थित तरीके से रखे ।
- जब बच्चा चलना सीखना शुरू करता है तो उस पर लगातार नज़र रखे ।
- बच्चा अगर ऊँची सतह जैसे छत, सीढी, सोफा पर चढ़ा हुआ हो तो भूलकर भी उसको नजरअंदाज ना करे ।
- फर्श को सूखा रखें । गीले फर्श पर बच्चे फिसल कर चोट ग्रस्त हो सकते है ।
- शिशु के सोने की जगह /बिस्तर के दोनों तरफ तकिया या कुछ अन्य वस्तू हमेशा रखे ।
- विंडोज़ और दरवाजे हमेशा लॉक किए जाने चाहिए। दरवाजा बंद करते समय द्या रखे कहीं बच्चे की अंगुलिया बीच में ताऊ नहीं आ रही है ।
- खिड़की के पास कभी भी चेयर ना रखे !
- बच्चों की उम्र के अनुसार खिलौने चुनें ,जिन खिलोनो के छोटे भाग अलग हो सकते है ऐसे खिलौनों से बचें। जिन खिलोनो में सिक्के के आकार वाली बैटरी यूज़ होती हो , ऐसे खिलोने काम में ना ले ।
- सुनिश्चित करें कि छोटी वस्तुए जैसे कि मूंगफली के दाने ,चने ,मोती , कपड़ो के बटन , खिलोने की बैटरी ,घडी का सेल , आलपिन ,सिक्के इत्यादि बच्चों की पहुंच से दूर रहें । बच्चे इन्हें निगल सकते है या इनसे बच्चे को चोकिंग हो सकती है जिसमे बच्चे की जान भी जा सकती है !
- पर्दे और ब्लाइंड्स के तार बच्चों की पहुंच से दूर और छोटे होनी चाहिए।
- तारों और प्लास्टिक की थैलियों को बच्चों की पहुंच से दूर रखे ।
- फोल्ड करने योग्य फर्नीचर को ठीक से रखा जाना चाहिए और लॉक होना चाहिए। बच्चों को उनसे खेलने नही देना चाहिए
- खाना खाते समय बच्चों को खेलने नही देना चाहिए।
- बड़ो के supervision के बिना बच्चों को कभी भी दूध की बोतल का उपयोग न करने दे !
- एक वर्ष की आयु के बच्चे के लिए कभी भी तकिये का उपयोग न करें। बड़े और भारी कंबल का उपयोग न करें ! नींद के दौरान कभी भी कंबल से बच्चों के चेहरे को कवर न करे !
- कभी भी नहाने के टब या पानी से भरे बेसिन में बच्चों को अकेला ना छोडे ।
- जहाँ तक हो सके पानी से भरी बाल्टी बच्चों की पहुँच में बिलकुल भी ना रखे तथा बाल्टी को कवर करके रखे ।
- कभी भी गर्म पेय / भोजन और बच्चा दोनों को एक साथ ना पकडे ! गर्म पेय प्रदार्थो जैसे गरम चाय , दूध आदि हैंडल करते समय बच्चों का विशेष ध्यान रखे ।
- जब भी आप बच्चे को दूध, या अन्य खाद्य पदार्थ खाने के लिए दे उसका तापमान खिलाने से पहले जरुर चेक कर ले ।
- रसोई घर के प्रवेश द्वार पर दरवाजा जरुर होना चाहिए व वह हर समय बंद होना चाहिए। बच्चों को रसोई में नही जाने दें ।
- खाना पकाने के दौरान स्टोव आग और खाना पकाने के बर्तन पर अतिरिक्त ध्यान दें।
- बच्चे को स्नान कराने से पहले हमेशा पानी के तापमान को चेक करें !
- गर्म पदार्थ वाले कंटेनरों सहित सभी गर्म वस्तुओं को कभी भी टेबल के किनारे पर ना रखे ! माचिस और लाइटर बच्चों की पहुंच से दूर रखे !
- जब आप खाना पका रहे हो तो बच्चो को अपने आस पास ना घूमने दे ।
- बिजली के सॉकेट्स को अच्छे से कवर करके रखे ! कूलर व कही भी खुले हुए तार नही होने चाहिए ! हो सके तो आयरन बॉडी [लोहे की बॉडी] वाला कूलर ना रखे ,फिर भी अगर रखना ही हो तो बच्चो की पहुँच से दूर रखे ! किसी भी इलेक्ट्रिक आइटम को अगर आप यूज़ नही कर रहे हो तो उसका प्लग सॉकेट से निकाल कर रखे अन्यथा बच्चा कर्रेंट की चपेट में आ सकता है !
- बच्चों को कभी भी आग से नहीं खेलने देना चाहिए !
- दवाओं और रसायनों जैसे केरोसिन तेल ,तारपीन का तेल ,फिनाइल ,मच्छर व चूहे मारने की दवा इन चीजों को बच्चों की पहुंच से दूर रखें, हो सके तो अलग से लॉक कैबिनेट में रखें ।
- हमेशा उचित लेबल लगाकर CHEMICALS को उनके ओरिजिनल कंटेनर में ही रखें।
- मेडिसिन्स को हमेशा बच्चो की पहुँच से दूर रखे ! कभी भी बच्चों को दवाओं को मीठा ना बताये क्योंकि इससे बच्चे के के दिमाग पर गलत प्रभाव पड सकता है
- कभी भी दरवाजे व खिड़की बंद करके हीटर या सिगड़ी का उपयोग ना करें !
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